The artist’s way Book Summary In Hindi

परिचय

The artist's way Book Summary In Hindi
The artist’s way Book Summary In Hindi

क्या आप एक artistic इंसान हो ? क्या बचपन में आपको art पसंद थी ? लेकिन आपने साइंस को अपना करियर बना लिया ? क्या आप artists या art की तरफ आकर्षित होते हो ? लेकिन आप कोई art piece बनाने से डरते हो क्योंकि आपको लगता है कि आप कभी उतने अच्छे नहीं बना पाओगे ? अगर इनमें से किसी भी सवाल का जवाब हाँ है तो आपको ये पड़नी चाहिए ।

Author बताते है की बहुत सारे artists अपनी creativity को छोटी उम्र में ही मार देते है क्योंकि उनके आस पास का माहौल उन्हें अपने टैलेंट को निखारने ही नहीं देता और तब ये वो बनते हैं जिन्हें ” Shadow Artists कहा जाता है।

Julia cameron

ये बुक आपको एक -एक कर हर हफ्ते की यात्रा पर लेकर जाएगी ताकि आप अपने अंदर के आर्टिस्ट से मिल सको । हर हफ्ते की यात्रा में हम artists की जिंदगी की एक एक रूकावट के बारे में बात करेंगे और ये भी देखेंगे की कैसे हम इन रूकावटो को दूर कर सकते है । ये बुक आपको लोगों की जिंदगी के असली example के बारे में भी बताएगी कि कैसे हम उनकी जिंदगी से सिख सकते है । हर हफ्ते का हमें टास्क दिया जाएगा ताकि हम अच्छा परफॉर्म कर सकें । तो क्या आप तैयार है इस यात्रा के लिए जिसमें आप अपने अंदर के artist की खोज करोगे ?

Week 1 : Recovering a sense of safety

ये चैप्टर ” shadow artists ” के बारे में बताता है । अपने नेगेटिव विचारों को ढूँढना और पॉजिटिविटी के साथ उन्हें दूर करना । Shadow Artists ऐसे इंसान होते है जो किसी क्रिएटिव फील्ड में अपना भविष्य बनाना चाहते है पर अपने आस पास के लोगों या माहौल की वजह से ऐसा नहीं कर पाते । shadow artists कभी भी अपने चुने हुए काम में खुश नहीं रहते क्योंकि यहां वो कोई भी creative काम नहीं कर पाते जो उन्हें पसंद है ।

Shadow artists अक्सर ऐसे जॉब सिलेक्ट करते हैं जैसा उन्हें art पसंद है , जैसे कोई इंसान डायरेक्टर बनना चाहता है तो वो डायरेक्ट असिस्टेंट बन जाएगा या किसी को राइटर बनना है तो वो एडिटर बन जाएगा । ये कभी भी अपने आप को अच्छा आर्टिस्ट नहीं मानते और इसी डर की वजह से खुद को मौका नहीं देते ।

Shadow Artists खुद को बहुत सख्त तरीके से जज करते हैं और अपने मन में ये बैठा लेते हैं कि वो कभी एक अच्छे आर्टिस्ट नहीं बन सकते । जैसे एक छोटा बच्चा चलने से पहले कई बार गिरता है वैसे ही हर इंसान कुछ सीखते समय कई बार गिरता है । वैसे ही आप भी शुरुआत में कई बार गिरोगे लेकिन अंत में आपको भागना आ जाएगा । इसलिए अपने बारे में बुरा सोचने की बजाए अपनी कमियों को ढूंढो और उन का करो।

कोशिश करते रहने से ही किसी काम में एक्सपर्ट बना जा सकता है । अपनी कमियों को ढूंढो और उन्हें दूर करने की कोशिश करो । अक्सर इंसान एक ही बात सोचते है कि “ मैं इस काम में उतना अच्छा नहीं हूँ , मेरे आर्ट को कोई पसंद नहीं करेगा और लोग मेरा मजाक उड़ाएँगे ” लेकिन इनमें से ज़्यादातर सच नहीं होता और हमारे कल्चर , रिलिजन , परिवार और नेगेटिव इंफ्लुएंस के कारण ये बातें हमारे subconscious माइंड में बैठ जाती हैं । नेगटिव बातों को हमेशा पॉजिटिविटी के साथ दूर करना चाहिए । खुद की तारीफ करना आसान काम नहीं होता । हमारा दिमाग़ यही कहेगा की हमारा काम तारीफ के लायक नहीं है लेकिन अगर हम इन बातों की तरफ ध्यान देंगे तो अपने अंदर की कमियों की जड़ तक पहुँच पाएंगे ।

Author कहते हैं कि सुबह उठते ही अपने विचारों के बारे में तीन पेज लिखो लेकिन उन्हें दोबारा पढना मत ना ही किसी के साथ शेयर करना । खुद के साथ रहने की कोशिश करो नाचो , गाओ , पार्क में बैठ कर कोई पेंटिंग बनाओ कुछ भी करो लेकिन खुद के साथ रहकर मजा लो । इस chapter में जो तरीके बताये गए है उन्हें आप Paul की कहानी से और अच्छे से समझ सकोगे । Paul एक shadow artist था जो हमेशा से राइटर बनना चाहता था । वो काफ़ी अच्छा लिखता था । उन्होंने कई जर्नल भी लिखे ।

लेकिन कभी भी अपने काम को परिवार , दोस्त किसी के साथ शेयर नहीं किया । ज़ब Paul ने अपने अंदर के artist को बाहर निकलने की कोशिश की तो उसके सामने बहुत सारी चुनौती आई । वो वैसे ही काम कर रहा था जैसा उन्होंने सोचा था लेकिन फिर भी उसे खुद पर शक होने लगा और वो गलत बातों से परेशान रहने लगा । बहुत सोचने पर उसकी समझ में आया कि वो अपना काम लोगों को दिखाने से डरता है क्योंकि उसे दूसरों की पॉजिटिव फ़ीडबैक और तारीफ़ पर विश्वास नहीं है ।

Paul ने अपनी अंदर की नेगेटिव बिलीफ का पता लगाया और पाया की उसके कॉलेज का एक टीचर उसकी हमेशा तारीफ करता था जिसने बाद में उसे सेक्सुअली एब्यूज किया । Paul को इस बात से गहरा धक्का लगा था और वो खुद को दोषी मानने लगा की उन्होंने टीचर का ध्यान अपनी तरफ खींचा है । तब से Paul के दिमाग़ में एक बात बैठ गयी की जो उसके काम की तारीफ करता है उनका मकसद कुछ गलत होता है और उसका काम सच में अच्छा नहीं है । एक बार असली कारण का पता लगा तो Paul ने इस पर पॉजिटिविटी के साथ काम किया । हालाँकि पहली बार में वो comfortable नहीं था लेकिन धीरे धीरे उसे अपने की तारीफ सुनने की आदत हो गयी । Paul के example से साबित होता है की एक बार हम अपनी अंदर की नेगेटिविटी के कारण का पता लगा ले तो हम इस पर काम कर सकते है और परेशानी को हल कर सकते हैं।

Week 2 : Recovering a sense of identity

ये चैप्टर बताता है कि ज़ब आप अपने अंदर के आर्टिस्ट की खोज करना शुरू करते है तो हम धीरे धीरे अपने अंदर आये बदलाव को पहचानना शुरू करते है और नेगेटिव लोगों से दूर रहने और जिंदगी की छोटी छोटी खुशियों पर ध्यान देने के लिए भी इस चैप्टर में बताया गया है । अपने क्रिएटिव साइड को अनलॉक करने के सफर की शुरुआत में आपको खुद पर शक होगा । आपके मन में आयेगा की ” मेरी पेंटिंग बस इस बार अच्छी बन गयी है और हमेंशा अच्छी नहीं बनेगी ” । ऐसे नेगेटिव ख्याल आपको परेशान करेंगे आपको अंदर से तोड़ देंगे इसलिए आपको पॉजिटिव रहकर इनका सामना करके खत्म करने की कोशिश करनी चाहिए । साथ ही ऐसे लोगों से दूर रहो जो आपकी बुराई करे ।

अपने अंदर के नन्हें artist पर दूसरों की बुराई का असर मत होने दो । हो सकता है ये लोग बाद में आपकी क्रिएटिविटी में आपके काम आये लेकिन शुरुआत में इनसे दूर रहो । आपकी पहली ड्यूटी खुद के लिए है , उस कला के लिए है जो भगवान न आपको तोहफ़े में दी है । किसी चीज के रिजल्ट से दुखी मत हो बल्कि उसकी पूरी process का मजा लो । Crazymakers ऐसे लोग होते है जिन्हे सिर्फ आपका ध्यान खींचना होता है और इसके लिए वो कुछ भी कर सकते है ।

उनकी गलत बातों का असर दूसरों पर भी होता है । वो आपको अपने फायदे के लिए इस्तमाल करते है और ध्यान भटकाते है । ऐसे लोगों को पहचानो और उनसे हमेशा दूर रहो . अपने अंदर के शक को खत्म करो और अपने आप को विश्वास दिलाओ की पूरी दुनिया आपकी मदद करना चाहती है । आपकी art देखना चाहती है । अगर कोई ऐसा मौका आता है तो उसे जाने मत दो , उसका सही ढंग से इस्तमाल करो । आज पर ध्यान दो , क्या नहीं था और आगे क्या होगा उस पर नहीं । ऐसी छोटी छोटी बातों पर ध्यान देने से जो हमें खुशी देती है , पुराने दुखो को भूलने में काफ़ी मदद करती है । ऑथर अपनी जिंदगी का एक किस्सा example के लिए बताती है ।

ज़ब Julia Cameron अपने तलाक़ के दर्द से लड़ रही थी तो उन्होंने फैसला किया कि वो थोड़े समय के लिए अपने हॉलीवुड वाले घर में अकेले रहेगी , बिना किसी से मिले । Julia अकेले अपने खायलो में खोई रहती और लम्बी यात्रा पर निकल जाती , धीरे धीरे उनकी दोस्ती अपने पड़ोसी की बिल्ली से हो गयी । अब वो हर समय अपने तलाक़ के दर्द में खोई नहीं रहती थी बल्कि उस बिल्ली के साथ खुश रहती थी । वो एक दूसरे की पसंद के बारे में जानने लगे । धीरे धीरे शाम को घूमते समय उनकी दोस्ती कई जानवरो के साथ गई।

ये सारे अनुभव Julia को उसके दर्द से बाहर ले आये और उन्हें अहसास हुआ की जो छोटी – छोटी चीजे अभी हो रही है उनपर ध्यान देना कितना जरूरी है । उन्हें समझ आया की जो भी हुआ या आगे जो होगा वो उनके कंट्रोल में नहीं है । जो शादी कल खत्म हो गयी या हो सकता है ये बिल्ली कल मर जाये , जो कुछ भी होगा वो उनके हाथ में नहीं है और ना ही में वो उसे रोक सकती हैं । लेकिन हाँ , वो अभी इस समय का मजा ज़रूर ले सकती है । उस बिल्ली या दूसरे जानवरो के साथ रहकर खुश हो सकती है । ये सब उनके दुख को भुलाने में मदद करेंगे । ज़ब आप अपनी जिंदगी में होने वाली छोटी से छोटी बात पर ध्यान देना शुरू करते है तो ये आपके लिए खुशियाँ लेकर आती है ।

Week 3 : Recovering a Sense of Power

इस चैप्टर में राइटर उन गहरे इमोशन के बारे में बताती हैं जो हम महसूस कर सकते है जैसे शर्म और गुस्सा । अक्सर गुस्से को एक गलत भावना की तरह देखा जाता है जिसे जल्दी से जल्दी खत्म कर देना चाहिए । लेकिन अपने गुस्से को खत्म करने से या अनदेखा करने की बजाय इसे गले लगाओ । गुस्सा हमें सही रास्ता भी दिखा सकता है अगर हम apne गुस्से के पीछे का सही कारण पता लगा ले तो । अपने गुस्से से सीखो और इसका इस्तमाल अपने art को और अच्छा बनाने में करो ।

Synchronicity एक psychological शब्द है। जिसमें हमें महसूस होता है की जो भी हो रहा है उसका आपस में कुछ संबंध है लेकिन हम उसकी तरफ ज्यादा ध्यान नहीं देते । ज़ब हम किसी गोल पर काम शुरू करते है , तो अक्सर synchronicity पर ध्यान देते है । जैसे आप डांस क्लास लेने के बारे में सोच रहे हो और आपकी दोस्त आपके पास की जगह पर 50 % डिस्काउंट के साथ डांस क्लास के बारे में बताती है । जब ऐसे अवसर खुद आपके सामने आते है तो भगवान पर भरोसा रखे । विश्वास रखे की कोई बाहरी ताकत आपके साथ है । बिना ज्यादा सोच विचार के अपने काम की शुरुआत करे , और आप देखोगे की आपके जीवन में नए दरवाज़े खुल रहे है और नए अवसर आ रहे है।

सिर्फ ये सोचकर की दूसरे हमारी बुराई करेंगे , हम अपना काम करने या किसी के साथ शेयर करने से डरते है । अपने काम की बुराई किसी भी आर्टिस्ट को पसंद नहीं होती । अगर किसी को अतीत में उनके पेरेंट्स या टीचर द्वारा शर्मिंदा किया गया हो तो ये बात उनके मन में बैठ जाती है और उनकी आगे की जिंदगी और काम के लिए खतरा बन जाती है । हमेशा सावधान रहे की आप किसके साथ अपने काम के बारे में बात कर रहे है , पॉजिटिव क्रिटिसिज्म या बुराई आपके काम को और अच्छा बनाने में मदद करती है । शर्मनाक , गलत और गुस्से में की गयी बुराई आपकी कभी भी मदद नहीं करेगी बल्कि आपको खुद पर शक होने लगेगा । अपने अंदर के शक और नेगेटिव बातों को पॉजिटिविटी के साथ रोका जा सकता है ।

कोई आपको किसी चीज के लिए मना करे या आपके काम को पसंद ना करे उसके बाद आपके मन में जो भी ख्याल आये उस पर ध्यान दो और अपने आप पर विश्वास रखो । अपने खराब एक्सपीरियंस या काम को अपने परिवार या अच्छे दोस्तों के साथ शेयर करने से आपको उसे भूलने में और नई क्रिएटिविटी लाने में काफ़ी मदद मिलेगी । किसी आर्टिस्ट का अपने बुरे एक्सपीरियंस को भूलना और आम इंसान का ठीक होना कभी भी एक जैसी बात नहीं होती । अच्छे दिन भी आएंगे और बुरे दिन भी । जरूरी ये है की बुरे दिनों को आप अपने आराम के दिन समझो क्योंकि आराम भी बहुत जरूरी है नहीं तो आप बुरी तरह थक जाओगे । अपने साथ अच्छा बर्ताव करो , अपने अंदर के आर्टिस्ट का ध्यान रखो और उसे प्यार करो । बुराई करने का काम बुरे इंसानों के लिए छोड़ दो , बस हमेशा अपने काम पर ध्यान दो ।

Julia cameron ने अपनी जिंदगी का एक और किस्सा हमारे साथ शेयर किया है , उन्होंने फ़िल्म ” ” God’s will ” का डायरेक्शन किया था जिसे पहली बार Washington DC में दिखाया गया , जो की उनका hometown भी था और वो washington DC पोस्ट के लिए काम भी कर चुकी थीं । उन्हें उम्मीद थी की वो उनके बारे में अच्छा ही बोलेंगे । लेकिन ऐसा नहीं हुआ । Julia को बहुत खराब रिव्यु मिले लेकिन ये सब रिव्युज झूठ थे , ज्यादातर जो भी बाते उनके बारे में कही गयी थी वो सब झूठ थी । और उनके पास इस सब के लिए कोई सुबूत भी नहीं था ।

लेकिन फिर भी उनका अपमान हुआ जिससे उन्हें बहुत दुख हुआ । लेकिन ख़ुद पर डाउट करने की बजाय वो शांत मन से घूमने गयी और प्रार्थना की । उन्होंने अपने अच्छे काम को याद किया जिसकी सबने तारीफ की थी । खराब रिव्युज से डरकर छिपकर बैठने की बजाय वो अपनी फ़िल्म की स्क्रीनिंग में जाती रहीं । उनकी फ़िल्म काफ़ी क़ामयाब रही । तीन महीने बाद वो एक बहुत बड़े यूरोपियन फ़ेस्टिवल के लिए चुनी गयी पर Washington पोस्ट से मिले खराब रिव्युज की वजह से वो अब भी शर्मिंदा महसूस कर रही थी । लेकिन ये सब उन्हें आगे बढ़ने से नहीं रोक पाए ।

Julia ने अपने आप पर भरोसा किया और अपने अतीत से बाहर निकल आई । उस शर्मिंदगी को दूर किया जो उन्हें बुरे रिव्युज की वजह से हुई थी । उन्होंने भगवान पर भरोसा किया और इनाम में उनकी फ़िल्म को बहुत प्यार मिला । इसी तरह हमें भी अपने शर्म और गुस्से को दूर करने की जरूरत है और हमेशा विश्वास रखना चाहिए की भगवान हमारी हर यात्रा में हमारे साथ है और हमारी मदद कर रहे हैं ।

Week 4 : Recovering a sense of Integrity

ये चैप्टर सुबह अपने विचारों को लिखने और उनसे लड़ने के बजाय अपने आर्टिस्ट को उभारने के महत्व पर जोर देता है । यहां पर पढ़ाई में कमी के बारे में भी बताया गया है । जो आप सुबह लिखते हो वो आपके ईमानदार , बिना रोक टोक के लिखें गए और आपकी सच्ची तस्वीर होती है । ज़ब आपकी बनावटी तस्वीर आपकी सच्ची तस्वीर से मिलती है तो वो इसे स्वीकार नहीं कर पाती । अपनी नई इमेज की तलाश में आपको अपनी पुरानी इमेज को खोना पड़ता है । इस दौरान आपको बहुत सारी अलग अलग भावनाओं से गुजरना पड़ता है जैसी उदासी और भर्म । लेकिन ये सब बिलकुल आम बात है और सबके साथ होता है । आप इस प्रोसेस में थका हुआ और घबराया हुआ भी महसूस करोगे ।

आपको ये सब कितना भी डरावना और बुरा लगे लेकिन फिर भी ये बदलाव आपको खुद में लाना है , जब आपके अंदर अच्छे बदलाव आएंगे तो आप इस डर की क़ीमत समझ सकेंगे । अपनी मदद के लिए सुबह के पेपर में बदलाव की अच्छी बातों के बारे में लिखना शुरू करो जैसे ” मैं खुद में आये इस बदलाव से खुश हूँ ” । खुद को ढूंढने के इस काम को और आगे बढ़ाने के लिए 1 हफ्ते के लिए सब कुछ पढना बंद कर दो जैसे newspaper , ब्लॉग । इसे ही पढ़ने में कमी करना को कहा गया।बहुत सारे shadow आर्टिस्ट ख़ुद को रिफ्रेश करने के लिए दूसरों के काम को पढ़ते हैं । वो दूसरे के लिखे हुए शब्दो में अपने लिए आराम ढूंढ़ते है । एक बार इससे दूर होने के बाद वो अपने कम्फर्ट जोन से बाहर निकलते है तब उन्हें खुद के लिए समय मिलता है वो सब करने के लिए जो वो करना चाहते है ।

Julia Cameron ऐसा ही एक किस्सा सुनाती है ज़ब उन्होंने अपने स्टूडेंट्स को कहा की वो पढना बंद कर दे । वो बताती है की हर बार उनके सामने बहुत सारी मुश्किलें आती है वैसे ही इस बार भी आई थी । स्टूडेंट्स उनकी बात मानना नहीं चाहते थे । कुछ ने कहा कि वो जीने के लिए पढ़ते है , कुछ न कहा की उनके कोर्स के लिए पढना जरूरी है । Julia ने शांति से सबकी बातों को सुना और कहा की अगर वो सब सच में करना चाहते है तो असाइनमेंट के लिए 1 हफ्ते का समय और ले सकते है क्योंकि ये टास्क इस यात्रा के लिए बहुत फायदेमंद है । उसके बाद स्टूडेंट्स सवाल करते है की अगर वो सब पढ़ेंगे नहीं तो और क्या करेंगे । उसके लिए julia उन्हें एक लिस्ट देती है जिसमें वो सारी चीजे लिखी हुई थी जो वो सब पढ़ने के आलावा कर सकते है जैसे योगा , कार की सफाई , पुराने दोस्तों से बात करना , डांस या म्यूजिक सुनना । फिर भी कई स्टूडेंट्स ये काम नहीं करना चाहते थे । julia कहती है की जो लोग इस टास्क को नहीं करना चाहते थे।

julia कहती है की जो लोग इस टास्क को नहीं करना चाहते थे इसका फायदा सबसे ज्यादा उन्हीं को होगा । ये टास्क सिर्फ आपको अपने लिए टाइम देता । ज़ब आप अपने पढ़ने या बाकि चीजों से बंधे हुए नहीं होते तो आपकी क्रिएटिविटी बाहर आती है ।

Week 5 : Recovering a sense of Possibility

यहां पर julia बात करती हैं कि कैसे हम हर चीज की सीमा तय कर देते है जो हमें भगवान से चाहिए और अपनी खुशी को दूसरों के प्रति जिम्मेदारियां पूरी करने के लिए सीमित कर देते हैं . भगवान के पास किसी चीज की कोई कमी नहीं है पैसे , विचार , कुछ नया करने के लिए अवसर ये सब कुछ सबके लिए हर समय मौजूद है । बस आपको अपने लिए सही चीज मांगनी है । और भगवान पर विश्वास रखना है की वो आपको जरूर देगा । और तैयार हो जाओ अपने तोहफ़े के लिए । हम इंसान अपनी सीमा खुद तय कर लेते है की भगवान से हमें क्या मिल सकता है लेकिन भगवान के पास हमें देने के लिए बहुत कुछ होता है इसलिए कोई सीमा ना लगाए । हमेशा विश्वास रखे की ” भगवान देगा ” अपने पास आने वाले हर जवाब को ध्यान से सुनो और सही रास्ता ढूंढ़ने की कोशिश करो । जब हम अपने अंदर के आर्टिस्ट की सुनना शुरू करते है तब हम नए अवसरो या काम को हाँ कहना सीखते है ।

यही से ठीक होने का काम शुरू होता है । हम उन पुरानी कठोर इमेज को बदलना शुरू करते है , जिसे अपने ऊपर विश्वास नहीं था और अब अपने काम और अपनी तारीफ करते हैं । हम दूसरों का सहारा लेना छोड़ देते है । अब दूसरों की हाँ जरूरी नहीं होती , हम दूसरों के साथ बुरा बनना बंद करते हैं।

ये सब चीजे आपके अंदर और रिश्तो में अच्छा और नया बदलाव लेकर आती है । आर्टिस्ट को अक्सर थकावट से उबरने के लिए बस टाइम चाहिए । जिसमें वो खुद के साथ रह सके । लेकिन हम अपने उस टाइम को भी मना कर देते है । अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने के लिए हम खुद को भी दाव पर लगा सकते है । एक अच्छा पति , पत्नी , पिता , माँ , बेटी , भाई बनने के लिए हम उन सभी चीजों को खुद से दूर कर देते है जो हमें खुशी देती है । राइटर ने इसे ही Virtue Trap कहा है । वो सारी चीजे करो जो आपको खुशी देती है । अपनी जरूरतो को समय दो । दूसरों के साथ अच्छा बनने के लिए खुद के साथ बुरा मत बनो । खुद को हाँ और दूसरों को ना कहना सीखो ।

याद रखो , अगर आपका कप खाली है तो आप किसी और का कप नहीं भर सकते । एक talented ऑथर Cara अपने एजेंट से खुश नहीं थी । उन दोनों का रिश्ता ज्यादा अच्छा नहीं था । उसका एजेंट उससे बुरे तरीके से बात करता था और तरह – तरह से धमकाता था । लेकिन एजेंट के नाम और इज्जत की वजह से Cara उसे जाने नहीं देना चाहती थी । उसे लगता था की अगर उसका एजेंट चला गया तो उसका करियर खत्म हो जाएगा ।

एक दिन Cara और उसके एजेंट की फोन पर बहुत बुरी लड़ाई हुई , जिसके बाद Cara न फैसला किया कि वो ये रिश्ता खत्म कर देंगी । उसका कॉन्ट्रैक्ट खत्म करने के लिए उसने उसे e – mail भेजा ।उसे ऐसा लग रहा था जैसे उसका करियर खत्म हो रहा है । ज़ब उसका पति घर आया तो Cara न उसे बताया की उसके साथ क्या हुआ था , उन्होंने अपना डर भी पति को बताया की उसे लग रहा है उन्होंने अपना करियर खत्म कर लिया । उसके पति ने उसे एक एजेंट का नंबर दिया जिसे वो जनता था और एक बार उसके साथ काम करने को कहा ।

Cara नए एजेंट से मिली । उसे नया एजेंट काफ़ी पसंद आया और अब दोनों साथ काम करके खुश है । उसके बाद Cara का करियर फिर से ऊँचाइयों पर पहुँच गया । इस बात से ये साफ होता है कि कैसे Cara ने एक बुरे एजेंट को छोड़ने के लिए सही दिशा में सही कदम उठाया । इसलिए यूनिवर्स ने उसे नए और अच्छे मौके दिए , एक अच्छे रिश्ते की वजह से उसके करियर और आर्ट दोनों में फायदा हुआ । इससे एक बात और साबित होती है कि अगर आप खुद के लिए कोई सही फैसला लेते है तो पूरी यूनिवर्स आपको इसका इनाम देती है ।

Week 6 : Recovering a Sense of Abundance

ये चैप्टर सबसे जरूरी ब्लॉक के बारे में है : पैसा । इसमें खुद को जीवन की सिंपल चीजों से दूर रखने के नतीजे के बारे में भी बताया गया है । हम अपने अंदर के आर्टिस्ट को तब तक मारते रहते है ज़ब तक अपने पैसो की कमी को दूर नहीं कर देते । भगवान से ज्यादा हम पैसो पर विश्वास करते है । जो हमें पसंद है उसे करने में अगर ज़्यादा मेहनत नहीं लगती तो हम सोचते है कि हम उससे ज्यादा पैसा भी नहीं कम पाएँगे ।

भगवान ने पूरी दुनिया को बनाया है । एक आर्टिस्ट की तरह भगवान की बनाई हुई हर चीज में सुंदरता और अनोखापन है । फिर भी आप ये क्यों सोचते हो की भगवान आपकी आर्ट का साथ नहीं देंगे ? ज़ब आप भगवान से कुछ पाने की उम्मीद रखते हो तो आपको हर जगह से भगवान की मदद मिलेगी , उस जगह से भी जहाँ से आपने सोचा भी नहीं होगा । पैसे के बारे में चिंता मत करो । भगवान पर विश्वास रखो । जरूरी नहीं है कि आप पैसे या अपनी पसंद के काम में से किसी एक को चुनो । आप दोनों काम एक साथ भी कर सकते हो ।

एक आर्टिस्ट के लिए एक और रूकावट होती है : Powerlessness | अपने आप को चुनने की शक्ति दो । खुद को आराम दो , खुद का ख्याल रखो । अपने अंदर के आर्टिस्ट का एक बच्चे की तरह ख्याल रखो ।खुद को सिंपल सुखो से दूर मत करो नहीं तो आप थककर चूर हो जाओगे । जरूरी नहीं है कि सारे सुख महंगे ही हो या किसी महंगी चीज से ही आपको खुशी मिले । साधारण चीजे भी आपको खुशी दे सकती है , जैसे एक अच्छा फैंसी पेन खरीदो या एक अच्छी खुसबू वाली मोमबत्ती ।

हर आर्टिस्ट के लिए सबसे कीमती चीज़ वो समय होता है जो वो खुद पर खर्च करता है जिसमें वो अपनी पसंद के सारे काम कर सके । दूसरा सुख जो आर्टिस्ट के लिए बहुत जरूरी है वो है शांति – जहाँ एक खिड़की , एक कोना , एक कमरा जो बस आपका हो । आइये एक कहानी सुनते है । Alan को गाना एक सुख लगता था । उसे लगता था कि म्यूजिक सिर्फ उन लोगों के लिए अच्छा है जिनके पास काफ़ी पैसा है या समय है । इसलिए उन्होंने खुद को म्यूजिक से दूर रखा । वह गाना सीखना चाहता था । लेकिन अपने डर की वजह से की वह अच्छा नहीं गाता है वह म्यूजिक से दूर रहता था । वह या तो बिलकुल अच्छे तरीके से गाना चाहता था या उसे गाना ही नहीं था । जब एक बार उन्होंने खुद गाने की कोशिश की तो उसे इतना अच्छा नहीं लगा जैसा उन्होंने सोचा था और इसलिए उन्होंने बस गाना ही छोड़ दिया ।

खुद में सुधार लाने के लिए उन्होंने हर हफ्ते एक नए गाने का रिकॉर्ड खरीदने का फैसला किया । उन्होंने हर तरीके के गाने खरीदे जैसे देसी , विदेशी । उसे ये सब सुनने में बहुत मजा आता था । कुछ हफ्ते बाद उन्होंने एक ड्रम का सेट खरीदा और कुछ महीने बाद एक पुराना drum kit खरीदा । Alan बताता है की वो सोचता था की उसका परिवार उसके इतना बुरा गाने पर शर्मिंदा होगा । लेकिन उन्होंने देखा की सिर्फ वो ख़ुद ही था जो खुद पर शर्मिंदा था । अब उन्होंने सिर्फ मजे के लिए गाना शुरू किया , तो उन्होंने पाया की उसके गाने में कितना सुधार आया है।

Alan के किस्से से पता लगता है की ज़ब हम कोई काम सिर्फ मजे के लिए करते है तो हमारी क्रिएटिविटी में सुधार आता है । इसलिए जो काम करो पूरे मज़े लेकर करो ।

निष्कर्ष

इस किताब में , राइटर हमें अपने अंदर के आर्टिस्ट को ढूंढ़ने के सफ़र पर लेकर गयीं और सिखाया कि कैसे हम अपने रास्ते में आने वाली मुश्किलों का मुकाबला कर सकते है । The Artist’s way ने हमें अपने अंदर के आर्टिस्ट को पहचानना , नेगेटिव बातों को ढूँढना और उनका हल निकलना सिखाया । हमने सीखा की अपनी गलत सोच को कैसे पॉजिटिविटी के साथ दूर किया जा सकता है ।

आगे हमने सीखा की गलत लोगों और उनकी कमी निकलने की आदत से कैसे खुद को दूर रखे क्योंकि उनकी negative सोच हमारी creativity को खत्म कर देती है और हम खुद पर शक करना शुरू कर देते है . इसके आलावा हमने जीवन की छोटी- छोटी चीजों पर ध्यान देना और उनका मजा लेना भी सीखा । इससे हमें खुशी मिलती है और हमारे अंदर के आर्टिस्ट को नई दिशा मिलती है । हमें अपने अंदर के आर्टिस्ट की जरूरतो का ख्याल रखने पर और ध्यान देना चाहिए , खुद के लिए टाइम निकलना चाहिए । खुद को दोषी मत मानो और उन चीजों के मजे लो जो आपको पसंद है जैसे music record खरीदना , लम्बी सैर पर जाना , डांस सीखना । The Artist’s way की खोज घर लौट के आने जैसी है जिसमें आप अपनी असली इमेज ढूंढ़ते हो । ये वो एहसास है जो आपको आज़ाद महसूस कराती है ।

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