Strength Finder 2.0 Book Summary In Hindi|Tom Rath

Table of Contents

Strength Finder 2.0-

बड़े दुःख की बात है कि लोगों को अपनी ताकत और टैलेंट पहचानने में मुश्किल होती है । वो ज्यादा कुछ अचीव नहीं कर पाते क्योंकि वो ऐसे रोल्स ले लेते हैं जिसमें वो कमजोर हैं । लेकिन रिसर्च से पता चला कि जो लोग ऐसे रोल्स में काम करते हैं जिसमें वो बहुत अच्छे हैं , वो ज्यादा सक्सेसफुल और अचीवर्स होते हैं।

क्या आपको पता है कि आपकी ताकत क्या है ? याद रखिए , आपको जिस चीज की भी ज़रूरत है , वो सब आपके पास है । यह बुक आपको पहला कदम लेने में मदद करेगी ।

Who is the writer Of strength 2.0:-

Strength 2.0 के लेखक कौन है?

टॉम रैथ(Tom Rath) एक अमेरिकन कंसलटेंट और कई बेस्ट सेलिंग बुक्स के ऑथर हैं । पिछले दो दशकों से , वो यह रिसर्च कर रहे हैं कि किस तरह काम इंसान के हेल्थ और ख़ुशियों को इंप्रूव करने में मदद करता है । उनकी बुक्स की 10 मिलियन से ज्यादा कॉपीज़ बिक चुकी हैं और कई भाषाओं में ट्रांसलेट की गई हैं । टॉम रैथ इंवेस्टर , एडवाइजर और कई स्टार्ट अप मे पार्टनर भी हैं ।

Strength Finder 2.0 Book Summary In Hindi|Tom Rath

strength finder 2.0 Book Summary In Hindi|Tom Rath

परिचय:-

वह क्या चीज है जो आप बिना किसी मुश्किल के आसानी से कर सकते हैं? आपको क्या करना पसंद है? क्या इसका जवाब आपको तुरंत मिल गया या आपको सोचना पड़ा? अगर आपको इसका जवाब नहीं पता, तो अब समय आ गया है कि आप अपनी ताकत और talent को समझने पर काम करें।यह जानना कि आप किस चीज में अच्छे हैं, सिर्फ उसे improve नहीं करता बल्कि आपके पास सक्सेस भी लाता है।

आज हम जिस दुनिया में रहते हैं वह हमारी कमजोरियों पर काम करने पर ज्यादा जोर देता है। यह उतना बुरा नहीं है लेकिन ऐसा करते हुए आप अपनी ताकत को बेकार कर देते हैं।इस बुक के पहले पार्ट में, आप अपने Natural talent के इंपॉर्टेट्स को सीखेंगे। आप देखेंगे कि आप जिन चीजों में अच्छे हैं, उन पर फोकस करना आपको कहाँ ले जाता है। इस बुक के दूसरे पार्ट में, आप Action के 10 थीम्स और आइडियाज़ सीखेंगे।

यहाँ आपको अपने ताकत को समझने में मदद करने पर फोकस किया जाएगा। हर एक थीम को पढ़ते हुए, आप आसानी से पहचान पाएंगे, कि आप कहाँ फिट होते हैं और कहाँ आप सबसे ज्यादा प्रोडक्टिव हैं। एक बार आप यह जान गए कि आप कहाँ फिट होते हैं तो इसके बाद आपको क्या करना है उसके लिए यह समरी आपको टिप्स देगी। तो क्या आप अपना बेस्ट बाहर लाने के लिए तैयार है?

Part 1: अपनी ताकत को खोजना (Finding your strengths)

Natural talent, वह चीज है जिसमें हम पहले से ही अच्छे हैं और उसे बढ़ाने का बहुत स्कोप होता है। लेकिन हमारी कमजोरियों पर फोकस करना, जैसा कि हमें सिखाया गया है, सबसे मुश्किल होता है। अपनी कमजोरियों पर काम करना ऐसा ही है, जैसे ईंट की दीवार के गिरने का इंतजार करना, क्योंकि आप उसे बार-बार हिलाने की कोशिश रहे हैं।

लेकिन सच्चाई यह है कि अगर आप किसी चीज के लिए स्ट्रगल कर रहे हैं तो इसका मतलब है कि आप उस चीज में अच्छे नहीं है। हर इंसान में किसी ना किसी एरिया में सक्सेसफुल होने का पोटेंशियल होता है। आपको बस इतना करना है कि आपको उस चीज में अपना समय, मेहनत और एनर्जी लगाना है, जिसमें आप नेचुरली अच्छे हैं।

हेक्टर एक बहुत कमाल के मोची थे।वो Puebla, मेक्सिको मे काम करते थे, लेकिन वो अपने जूते बनाने के हुनर के लिए फ्रांस जैसी दूर दराज़ की जगहों पर भी जाने जाते थे।लोगों का दावा था कि वे दुनिया के सबसे अच्छे मोची थे। लेकिन हेक्टर अपने छोटे बिज़नस से ना खुश थे, और ना ही संतुष्ट। वो आमतौर पर हफ्ते में तीस जोड़ी जूते बनाते थे, लेकिन उन्हें पता था कि उनके पास ज्यादा बनाने की ताकत है।उनके एक दोस्त ने उनसे पूछा कि जब जानते हैं कि वे और ज्यादा बना सकते हैं, तो वो इतने कम क्यों बनाते हैं।

हेक्टर ने अपने दोस्त को समझाया कि वह भले ही एक बहुत अच्छा मोची हो, लेकिन वो अच्छा सेल्समैन नहीं है और उसे पैसे वसूलने में मुश्किल होती है। वो अपना ज्यादातर समय जूते बनाने के बजाय, जोकि उसका Natural talent है, अच्छा सेल्समैन बनने में लगाता है, जो कि उसकी कमजोरी है। तो, हैक्टर के दोस्त ने उसे सर्जिओ से मिलवाया ।

सर्जिओ एक बहुत अच्छा मार्केटर और एक नेचुरल सेल्समैन था।दोनों ने देखा कि एक साथ काम करने में दोनों का ही फायदा है, तो उन्होंने एक साथ काम करना तय किया। 1 साल बाद, हेक्टर और सर्जिओ हर हफ्ते सैकड़ों जोड़ी जूते बनाने, बेचने और उसके पैसे वसूलने लगे। यह एक सिंपल स्टोरी है कि अगर लोग अपनी ताकत बढ़ाने और जिस काम में वे अच्छे हैं वह करने में फोकस करें, तो वो क्या कुछ हासिल कर सकते हैं।

Part 2: अपनी ताकत को अप्लाई करना (Applying your strengths):-

Action के 10 थीम्स और आइडियाज़ –

इस बुक का दूसरा पार्ट, हर थीम से जुड़े कैरेक्टरस्टिक्स को समझ कर, आपको अपनी ताकत पहचानने में मदद करेगा। और साथ में, आपका अगला कोर्स ऑफ Action क्या होना चाहिए और अलग-अलग थीम के लोगों के साथ मिलकर किस तरह काम करना है, इस पर भी टिप्स दिया जाएगा।

1. Achiver(अचीवर)

Achiver और ज्यादा गोल्स, और ज्यादा सक्सेस पाने की लगातार और अटूट इच्छा है। Achiver होने का मतलब है कि आपको हर दिन ज़ीरो से स्टार्ट करने से भी कोई फर्क नहीं पड़ता। लेकिन दिन के आखिर में, आपको अच्छा फील करने के लिए, कुछ ना कुछ हासिल करना होगा। जिस दिन आपने कुछ हासिल नहीं किया उस दिन आप खुश नहीं होंगे। हमेशा और ज्यादा पाने की इच्छा रहती है।

मेलेनी एक ER नर्स है। हर दिन वो वह सब देखती है जो उन्होंने अचीव किया है और उसके लिए खुद को पॉइंट देती है। मेलेनी कहेगी, “आज मैंने ER इक्विपमेंट्स फिक्स किया और डिलीवर किया। मैंने और मेरी असिस्टेंट ने लॉग बुक को improve करने का तरीका खोजा। मुझे खुद के लिए अच्छा फील हो रहा है।”

Achiver बनने के Action के लिए आइडियाज़:-

ऐसे जॉब पर काम करिए जो आपको जितनी आप चाहे उतनी ज्यादा मेहनत करने की और आपको अपनी प्रोडक्टिविटी अपने हिसाब से मापने करने की आजादी दे।

खुद को अपना गोल पूरा करने के लिए समय दें, और जब आप उस गोल को पा लें तो खुद को उसके लिए पॉइंट दें।

अपने सक्सेस को इंजॉय और सेलिब्रेट करें। अपने लिए ऐसे मौके बनाएँ, जिससे आप और ज़्यादा अचीव कर पाएँ।

Achiver आलसी लोगों से नफरत करते हैं। आलसियों के साथ कड़ी मेहनत से काम करके उनसे अच्छे रिश्ते बनाएँ।

Achiver को बिजी रहना पसंद है। उनके लिए मीटिंग बोरिंग होती है। Achiver को ऐसी मीटिंग में बुलाएँ जहाँ वह पूरी तरीके से कंट्रीब्यूट कर सकें। वरना उन्हें उनके काम पर फोकस करने देना ही सही है।

2. अडैप्ट करने की खूबी (Ability to adapt):-

अडैप्टबिलटी या अडैप्ट करने की खूबी का मतलब है अभी में जीना। अडैप्टेबल लोगों के लिए फ्यूचर वो जगह है जो ऐसी चीजों से बना होता है जो हम अभी करते हैं। अडैप्टेबल होना आपको प्रेशर में भी इफेक्टिवली रिस्पॉन्ड करने में मदद करता है, भले ही ये आपके प्लान्स खराब करे। अडैप्टबिलटी का मतलब है यह समझना की फ्यूचर फिक्स्ड नहीं है और कुछ भी हो सकता है। जब आप अडैप्टेबल होंगे, तब प्रेशर आपको दूसरों की तरह इनएफेक्टिव या अनप्रॉडक्टिव नहीं बना सकता।

इसे भी पढ़े-Rich Dad’s Before You Quit Your Job Book Summary In Hindi|Robert Kiyosaki|बिजनेस का शुरुआत कैसे करें

लिंडा प्रोजेक्ट मैनेजर है और वह ऑफिस में सबसे शाँत इंसान है। उन्होंने यह महसूस किया कि वह अपने कोवर्कर्स के मुकाबले अलग तरीके से रिएक्ट करती हैं। कभी-कभी जब कुछ चीजें, बहुत कम समय में पूरी करनी हो या अचानक से आ जाए, तब बहुत से लोग घबरा जाते हैं।

प्रेशर उन्हें डरा देता है। लेकिन लिंडा के लिए, ये ज़िंदा होने की फीलिंग देता है। वह प्रेशर जिस पर तुरंत ध्यान देने की जरूरत है वह उन्हें बहुत एक्साइट करता है। इस कारण से, लिंडा बहुत प्रेशर में भी, बहुत फ्लैक्सिबल और प्रोडक्टिव बनी रहती है।

अडैप्टेबल बनने के Action के लिए आइडियाज़ :-

1.टेंस स्थिति में दूसरों को भरोसा दिलाने वाले शांत इंसान बनें।आप चीजों की ओर कितनी जल्दी रिएक्ट करते हैं उस पर काम करें। दूसरों को अपने लिए प्लान करने दें।

2.ऐसे रोल्स पर फोकस करें जिसमें फ्लैक्सिबिलिटी की जरूरत हो, जैसे कि ऑफिस के रोजमर्रा के बदलाव।

3.अडैप्टेबल लोगों के साथ काम करना।

4.ऐसे लोगों के साथ काम करना आसान होता है, क्योंकि उनकी फ्लैक्सिबिलिटी के कारण दूसरों के लिए आरामदायक माहौल बन जाता है।

यह शोर्ट टर्म और अर्जेंट प्रोजेक्ट्स पर काम करने के लिए ज्यादा अच्छे होते हैं।

3. ऐनलिटिकल(Analytical):-

ऐनलिटिकल इंसान के तौर पर, आपको किसी भी दावे को सच मानने के लिए प्रूफ की जरूरत होती है। आप किसी भी आइडिया के एक-एक करके सभी लेयर्स को देखते हैं जब तक आप इसके जड़ को ना देख लें। दूसरे शब्दों में, आप यह जानना चाहते हैं कि वह आइडिया सच में उतना अच्छा है या नहीं जितना वह सुनने में लग रहा है।

आपको हर आइडिया के साथ नंबर और डाटा चाहिए होता है, और आप यह समझना चाहते हैं कि एक चीज किस तरह दूसरी चीज को इफेक्ट करेगी। ऐनलिटिकल होना आपको हर चीज की जड़ तक पहुंचने में मदद करता है। लेस्ली स्कूल प्रिंसिपल है।

एक स्टूडेंट्स के ग्रुप को observe करते हुए, उन्होंने महसूस किया कि उनकी परफॉर्मेंस में यूनिफार्म या बराबर है जो एक साल से दूसरे साल में एक सी है। वही बच्चे हर साल अलग स्कोर करते थे।ऐनलिटिकल इंसान होने के कारण, उन्होंने इसका कारण पता लगाने के लिए बहुत से सवाल किए।

जैसे, लेस्ली ने पूछा, “वह किस बिल्डिंग में हैं?” “कौन से टीचर्स उन्हें पढ़ा रहे हैं?” “और उन्हें पढ़ाने का कौन सा तरीके को यूज किया जा रहा है?” ऐसे सवालों ने लेस्ली को इनकंसिस्टेंसी का कारण जानने में मदद किया।

Analytical बनने के एक्शन के लिए आइडियाज़:-

1.ऐसे फिल्ड में काम कीजिए जो आपको डाटा एनालाइज करने और पैटर्न खोजने दे, जैसे मार्केटिंग और रिस्क मैनेजमेंट।

2.ऐसा कोर्स कीजिए जो आपको आपके ऐनलिटिकल talent को बढ़ाने का मौका दे।

3.लोगों को बताएं कि जब वह कोई आईडिया लेकर आपके पास आते हैं तो उनके पास उसे सपोर्ट करने के लिए इंफॉर्मेशन होना चाहिए।

4.ऐनलिटिकल लोगों के साथ काम करना

5.ऐनलिटिकल लोगों से बात करते हुए सभी प्रोब्लम्स के लिए समय निकालें क्योंकि वे सभी बारिकियों को जानना चाहेंगे।

ऐसे लोगों को अपने आइडिया बताते समय, हमेशा खुद को सपोर्ट करने के लिए ज़रूरत की सभी चीज रखें।

4. भरोसा (belief):-

भरोसा करने वाले लोगों के कुछ वैल्यूज़ होते हैं जो आसानी से नहीं बदले जा सकते। भरोसा लोगों को खुद में और दूसरों में ज़िम्मेदारी और अच्छी सोच की कदर करना सिखाता है। ये एक इंसान को जिंदगी को पर्पस और संतुष्टि देता है. जब आप भरोसा करते हैं, तो आप जो चाहते हैं, उसके बीच में कुछ भी नहीं आ सकता है। जो आप कर रहे हैं वह आपके लिए जरूरी हो जाता है, भले ही उसके लिए आपको तारीफ़ मिले या ना मिले। लारा एक कॉलेज प्रेसिडेंट है।

हर दिन वो घंटों अपने काम में लगाती है भले ही उसके लायक उसे पैसे मिलें या नहीं। हाल ही में, उसे पता चला कि वो अपने स्टेट में सबसे कम पैसों पर काम करने वाली कॉलेज प्रेसिडेंट है । फिर भी, इससे उसके काम में कोई फ़र्क नहीं पड़ा, क्योंकि लारा मानती है कि मेहनत करना सही है।

बिलीवर बनने के एक्शन के लिए आइडियाज़ :-

1.लोगों को अपने वैल्यूज़ और बिलीफ्स बताने से डरिये मत ।

2.ऐसे लोगों को अपना दोस्त बनाएँ, जिनके वैल्यूज़ आप से मिलते हों।

3.जब लोग आपको अपने बिलीफ्स बताएँ, तो उन्हें जज ना करें।

4.भरोसा करने वाले लोगों के साथ काम करना.

5.दूसरे के बिलीफ्स को समझने की और उसकी रिस्पेक्ट करने की कोशिश करें।

6.उनके बिलीफ्स की ओर उनके कमिटमेंट की तारीफ़ करें और उसका सम्मान करें।

5. command(आदेश):-

command मतलब कंट्रोल लेना होता है। जब दूसरे मुश्किल चैलेंज लेने से डरते हैं तब वह इंसान जिसमें command होता है वह बिना डरे इसमें कूद पड़ता है। भले ही सच बोलना मुश्किल हो, लेकिन आप फ़िर भी सच बोलने के लिए मजबूर हो जाएंगे। सामने से सवाल जवाब आपको डराता नहीं है, क्योंकि आप जानते हैं कि प्रॉब्लम सॉल्व करने के लिए यह पहला कदम है। command में होना आपको सभी को एक साथ रखने के लिए मोटिवेट करता है।

डाएन एक हॉस्पिटल में काम करती है। वो खुद को बोल्ड या अपनी बात मनवाने वाली इंसान नहीं समझती हैं, लेकिन वह जिम्मेदारी लेती हैं। उनके जॉब में उन्हें जिम्मेदारी लेनी पड़ती है, जैसे कि, वह एक मरते हुए इंसान के रूम में जाती हैं, और उस इंसान की फैमिली अगर कंफ्यूज है, उन्हें नहीं पता कि क्या करना है। आमतौर पर ऐसे में फैमिली डरी हुई होती है और जो हो रहा है उसे मान नहीं पाती।

इस समय में उन्हें किसी की जरूरत होती है जो उन्हें बता सके कि क्या होने वाला है। डाएन की जॉब आसान नहीं है, लेकिन फैमिली सच जानना चाहती है, और डाएन को सच बताना पड़ता है।

कमांड करने के Action के लिए आइडियाज़:-

1.command वाले थीम में होने का मतलब है आपको दूसरों को कम्फर्ट करना यानी आराम देना होगा। ऐसा करने के लिए अपना टोन, शब्द और हावभाव या इशारों अच्छा रखने की प्रेक्टिस करनी होगी।

2.भले ही कोई बात कितनी भी सेंसिटिव हो लेकिन सच बोलने से शर्माए नहीं।

3.ऐसे माहौल में काम करें जहां पर आपको लोगों को मनाने की ज़रुरत हो, जैसे सेल्स और मार्केटिंग।

ऐसे लोगों के साथ काम करना जिनके पास command है ऐसे लोगों से आप सलाह ले सकते हैं, क्योंकि वे आपको सीधा जवाब देंगे।जब आपको किसी को मनाना हो हो, तो ऐसे लोगों को इसे करने दें।

6. कंसिस्टेंसी(consistency):-

इस थीम के लोगों के लिए बैलेंस बनाए रखना बहुत जरूरी होता है। कंसिस्टेंसी मतलब है, सभी के साथ, बिना उनका स्टेटस देखे, एक जैसा व्यवहार करना। इसमें आपको यह पसंद नहीं होता जब लोगों के बैकग्राउंड या जान पहचान की कमी के कारण, उनके साथ खराब व्यवहार किया जाता है।

आपको ऐसा लगता है कि आपको ऐसे लोगों को खराब व्यवहार से बचाना चाहिए।जेमी एक मैगजीन एडिटर है। वो लकी थे कि उनकी फैमिली उनका ट्यूशन फीस और एनबीसी में इंटर्नशिप का ख़र्च उठा सकती थी।

लेकिन जेमी को यह पसंद नहीं था कि दूसरों को सेम फ़ायदा या अधिकार नहीं मिलता, हालांकि, उनके फाइनेंशल कंडीशन में उनका कोई कंट्रोल नहीं है। जेमी ने एक स्कॉलरशिप प्रोग्राम बनाने का फ़ैसला किया, जिससे गरीब घर से आए journalist भी अच्छी जगह इंटर्नशिप कर सकें।

Consistent इंसान बनने के Action के लिए आइडियाज़:-

1.ऐसे रोल में काम कीजिए जो आपको सबके लिए बैलेंस बनाने दे।

2.ऐसे वैल्यूज़ बनाइए जिन्हें बदलना या जिससे छेड़ छाड़ करना आसान ना हो।

3.कंसिस्टेंसी थीम वाले लोगों के साथ काम करना।

4.चेंज के समय में उनका साथ दें क्योंकि वो माहौल का अंदाजा लगाने में अच्छे होते हैं।

5.उन्हें डिसीजन लेने दें क्योंकि वे समानता और फेयरनेस पर विश्वास करते हैं।

7. Developer(डेवलपर):-

Developer थीम के इंसान होने के कारण आप दूसरों में पोटेंशियल आसानी से देख सकते हैं। आपको लगता है कि सभी में पावर होती है और आप उन्हें वह पावर ढूंढकर कामयाब होने में मदद करना चाहते हैं। आप ऐसे इंटरेस्टिंग और चैलेंजिंग आइडियाज़ खोजते हैं, जो उनकी ग्रोथ में मदद कर सके। दूसरों को कामयाब होता हुआ देखकर आपको खुशी होती है।

जब आप Developer होते हैं तो लोग आपके पास इनकरेजमेंट और सही सलाह लेने आते हैं। ऐना एक नर्स है, जिसकी एक पेशेंट थी जिनके लंग्स खराब हो चुके थे और उन्हें पूरी जिंदगी ऑक्सीजन पर रहना था। पेशेंट एक यंग औरत थी जो कि अब कभी नोर्मल जिंदगी नहीं जी सकती थी।

ऐना उस पेशेंट के पास गई जिसे सांस लेने में मुश्किल हो रही थी। उस पेशेंट को लग रहा था कि वह अब कभी काम नहीं कर पाएगी और अपनी फैमिली को सपोर्ट नहीं कर पाएगी। पेशेंट बहुत दुखी थी और सुसाइड करना चाहती थी। तो ऐना ने उनसे कहा कि ऐसी चीजों पर फोकस करें जो वो कर सकती हैं, ना की ऐसी चीज़ों पर जो वो नहीं कर सकती।

एना को पता चला कि वो औरत आर्ट एंड क्राफ्ट बनाने में बहुत अच्छी थी। एना ने उनसे कहा कि वो अपनी फैमिली को सपोर्ट करने के लिए अपने आर्टवर्क को बेच सकती हैं। पेशेंट ने ऐना से कहा कि उनमें मुश्किल से दिन में एक बर्तन भी धोने की एनर्जी है। तो ऐना को कैसे लगा कि वो कुछ बना सकती हैं? ऐना ने उनसे कहा कि आज एक बर्तन धोना काफी है, क्या पता कल उनके पास दो बर्तन धोने की एनर्जी हो।

Developer बनने के Action के लिए आइडियाज़ :-

1.ऐसे रोल में काम करें जो आपको दूसरों के पोटेंशियल देखने और Developer करने दे।

2.उन सभी मेंटर्स के बारे में सोचिए जिन्होंने आपको ग्रो करने में मदद किया हैं और उन्हें आपका पोटेंशियल देखने के लिए धन्यवाद दें।

3.जब दूसरे कामयाब हों तब उन्हें अपना ग्रोथ बढ़ाने के लिए जरूर कहें।

4.Developer थीम वाले लोगों के साथ काम करना।

5.Developer को उनके कंट्रीब्यूशन याद दिलाएं, कि कैसे उन्होंने अपने इंकरेजमेंट से दूसरों को कामयाब होने में मदद की है।

जब आप दूसरों को उनके काम के लिए पहचान दिलाना चाहते हैं, तब आप Developer की मदद लें, क्योंकि वे आपको सही सलाह देंगे।

8. सहानुभूति(Ampathy:-

एम्पथी मतलब खुद को दूसरों की जगह रख कर देखना ताकि यह समझ सके कि दूसरे क्या फील कर रहे हैं। आप हर बार उनकी बात से सहमत नहीं हो सकते और ना ही उन पर तरस खा सकते हैं, लेकिन आप समझते हैं कि वह क्या कहना चाह रहे हैं। आप उनके अंदर की आवाज सुनते हैं, जो और कोई नहीं सुनता। आप हमेशा जानते हैं कि आपको क्या और कैसे कहना है ताकि वो खुलकर आपसे अपने मन की बात कह सकें। इसीलिए लोग आपसे कुछ भी कहने के लिए सेफ फील करते हैं।

इसे भी पढ़े-The Leader Who Had No Title Hindi Book Summary|Robin Sharma

हाल ही की मीटिंग में, एलिस के कलीग ने बोर्ड के सामने एक नया आइडिया रखा। वह आइडिया उनके लिए बहुत इंपॉर्टेंट था, लेकिन जब उसने वो आइडिया बताया, तब किसी ने उसकी तारीफ़ नहीं की। वो कलीग इतनी दुखी थी कि मीटिंग के कई दिन बाद तक वो नोर्मल नहीं हुई। एलिस ने देखा कि वो उदास हैं, और मीटिंग मे जो हुआ उसका उस पर बुरा असर हुआ है।

तो एलिस ने अपनी कलीग से बात करने का फ़ैसला किया। एलिस को पता था की उन्हें क्या बात करनी है जिससे उनकी कलिग उनसे कम्फर्टेबली खुलकर बात कर सके। जल्द ही कलीग उन्हें बताने लगीं कि वो क्या फील कर रही थी। एलिस समझ सकीं कि उनकी कलीग क्या फील रही हैं, क्योंकि उनमें एम्पथी थी।

Ampathy रखने के लिए Action के लिए आइडियाज़:-

1.जब आप दूसरों को खुद के लिए या दूसरों के लिए कुछ गलत करते देखें, तब उसके लिए Action लें।

2.ऐसे रोल लें जिसमें आप मेंटर का काम कर सकें।

3.अपने एम्पथी थीम को दूसरों को अपनी बातों और दयालु व्यवहार से इंकरेज करने के लिए यूज़ करें।

4.एम्पथी रखने वाले लोगों के साथ काम करना।

5.जब आपको जानना हो कि दूसरे कैसा फील कर रहे हैं, तब ऐसे इंसान से पूछिए जिसमें गहरी एम्पथी यानी हमदर्दी हो, क्योंकि ये दूसरों के इमोशंस की ओर सेंसिटिव होते हैं।

जब आप एंपलॉयर्स या कस्टमर को समझाना चाह हैं तो इन लोगों से मदद लिजिए. एम्पथी रखने वाले लोग बातचीत करने में और परेशानी समझने में ज्यादा अच्छे होते हैं।

9.वैयक्तिकरण (Individualization):-

इंडिविजुअलाइजेशन वो थीम है जो लोगों के अंदर की यूनिकनेस को अप्रिशिएट करती है। आप लोगों के बीच के फ़र्क पर फोकस करना पसंद करते हैं, और आपको अच्छा नहीं लगता जब लोग जेनरलाइज़ या आम बना दिए जाते हैं।आप हमेशा लोगों के स्टाइल, सोचने का तरीका, पसंद और मोटीवेटिंग फैक्टर जानना चाहते हैं।

जब आपके पास इंडिविजुअलाइजेशन talent हो, तो आप हमेशा अपने दोस्त के बर्थडे के लिए बिल्कुल सही गिफ्ट चुनते हैं। आपका लोगों की ओर करीबी आब्ज़र्वेशन आपको उन्हें ज्यादा अच्छे से समझने में मदद करता है। एंड्रेया एक इंटीरियर डिज़ाइनर है। उनका काम लोगों के घरों को नए तरीके से सजाना है।

जब एंड्रेया लोगों से यह पूछती हैं, कि उन्हें अपना घर कैसे सजाना है, तो ज्यादातर लोग उसका जवाब नहीं दे पाते। क्लाइंट पूरी तरीके से समझा नहीं पाते कि उन्हें क्या चाहिए।

हालांकि, जब वो लोगों से उनके घर में उनकी फेवरेट जगह पूछती है तो वो मुस्कुरा कर उन्हें सीधे वहाँ जगह ले जाते हैं। इस तरह से एंड्रेया समझ पाती है कि उनके क्लाइंट किस तरह के इंसान हैं और उन्हें क्या चाहिए।

Individualization के Action के लिए आइडियाज़:-

1.अपने लिए ऐसे रोल्स चुने जहाँ पर आप आसानी से लोगों की यूनिकनेस को पहचान सकें और उसे बढ़ा सकें।

2.लोगों को यह बताएँ कि सभी के साथ अलग तरीके से लेकिन समानता के साथ व्यवहार करना सही है।

3.इंडिविजुअलाइजेशन थीम होने के कारण आप लोगों की पसंद नापसंद को पहचान सकते हैं और उन्हें उस जगह को पहचानने में मदद कर सकते हैं जहाँ वह फिट होते हैं।

4.ऐसे लोगों के साथ काम करना जिनमें इंडिविजुअलाइजेशन है।

जब आपको दूसरों का नज़रिया समझने की जरूरत हो, तब इन लोगों की मदद लें।

जब आपको अपनी यूनिकनेस या talent पहचानने में परेशानी हो, तब इनसे इनका ऑनेस्ट ऑपिनियन लें।

10.जिम्मेदारी(Responsibility):-

रिस्पांसिबिलिटी मतलब जो आप कर रहे हैं उसके पूरे होने तक उसकी जवाबदारी लेना। जब आपसे की गई उम्मीदों को आप पूरा नहीं कर पाते तो आप ऐसे रास्ते खोजते हैं जिससे आप दूसरी पार्टी को उसकी भरपाई कर सकें। आप बहाने नहीं खोजते और आप जानते हैं कि माफी मांगना काफी नहीं है।

आप चीजों को ठीक करने के लिए कुछ भी करेंगे, और लोग अक्सर आपको नई जिम्मेदारी देना चाहते हैं, क्योंकि वह जानते हैं कि आप वह काम पूरा और ठीक से करेंगे। यह भी हो सकता है कि लोग इसका फायदा उठाएँ। हमेशा ऐसी जिम्मेदारी उठाएँ जो आप पूरी कर सकें।कैली एक बिजनेस में ऑपरेटिंग मैनेजर है।

नवंबर में, स्विडन से काउंटी मेनेजर ने उन्हें कॉल किया और अपनी इंवेंटरी को जनवरी तक आगे बढ़ाने को कहा। कैली ने यह अपनी टीम को बताया, और उन्हें लगा कि सभी को यह बात पता है की शिपमेंट जनवरी तक के लिए बढ़ा दी गई है। 37 दिसंबर को, उन्होंने अपने मेसेज चेक करते हुए महसूस किया की ऑर्डर पहले ही भेज दिया गया है और उस का बिल बना दिया गया है।

कैली ने तुरंत काउंटी मैनेजर को कॉल किया और बताया कि क्या हुआ है। मैनेजर बहुत ही नाराज और निराश थे। कैली को पता था कि उन्हें यह सिचुएशन ठीक करनी होगी। उन्होंने सप्लायर कंपनी कंट्रोलर से बात की और 1 पर आए कि इंवेंटरी को वापस उनके बुक्स में रख दिया जाए। इसमें कैली का पूरा वीकेंड लग गया लेकिन उन्हें ये पता था कि ये करना सही है।

जिम्मेदारी लेने के Action के लिए आइडियाज़:-

1.इंटरव्यूअर को अपने जिम्मेदार होने के टेलेंट के बारे में बताइए, और इस बात पर जोर दीजिए कि आप अपने Action की जिम्मेदारी लेते हैं।

2.ऐसे लोगों के साथ काम कीजिए जिनमें जिम्मेदारी लेने का talent हो क्योंकि ये लोग आपको मोटिवेट करेंगे।

3.आपको जो भी प्रोजेक्ट दिया किया गया हो उसकी पूरी जिम्मेदारी लें।

4.जिम्मेदार लोगों के साथ काम करना।

जिम्मेदार लोगों को कभी भी काम जल्दी पूरा करने के लिए जोर ना दें, क्योंकि उन्हें पसंद नहीं की स्पीड को क्वालिटी से ज्यादा इम्पोर्टेंस दिया जाए।ऐसे लोग जब कुछ गलत कर देते हैं तो वह उन्हें बहुत ही अफेक्ट करता है।

उन्हें ऐसी सिचुएशन से बचने में मदद करें, जिसमे उनसे कोई गड़बड़ी हो। उन्हें आराम से समझाइए, कि जब तक वो अपने हाथ की जिम्मेदारी, पूरी ना कर लें, वो और नई जिम्मेदारी ना लें।

Conclusion(निष्कर्ष):-

तो आपने सीखा कि अगर Natural talent पर फोकस किया जाए, तो वह किसी को भी ज्यादा अचीव करने में मदद कर सकता है। हम बहुत कुछ अचीव करने के चक्कर में फेल हो जाते हैं,

क्योंकि हम अपनी कमजोरियों पर फोकस करते हैं, लेकिन यह तरीका हमें ज़्यादा दूर तक नहीं ले जा सकता। एक्स्ट्राऑर्डिनरी रिजल्ट पाने के लिए अपनी ताकत पर समय लगाएँ।

आपने ताकत के 10 थीम्स के बारे में सीखा। आप एक Achiver, एक अडैप्टबल या ऐनलिटिकल इंसान, या स्ट्रोंग बिलीफ वाले इंसान बन सकते हैं। हिम्मत, कंसिस्टेंसी या हमदर्दी आपकी ताकत हो सकती है।

यह जिम्मेदारी लेना इंडिविजुअलिटी देखना या दूसरों के अंदर के पोटेंशियल को Develop करना भी हो सकता है। उम्मीद करते हैं कि इस बुक ने आपको अपनी ताकत पहचानने में मदद की होगी और आपको ये सिखाया होगा कि आप उसे आगे improve कैसे कर सकते हैं।

दूसरों को कुछ आसानी से और पर्फेक्टली करता हुआ देखकर निराश ना हो। खुद को यह याद दिलाएँ कि हम सब कहीं ना कहीं से शुरूआत करते हैं। जो talent आप में है उसे Develop करने के लिए छोटे छोटे कदम लेने से डरिये मत। खुद पर विश्वास कीजिए ।

इसे भी पढ़े-Difficult Conversations Book Summary In Hindi

This Post Has 2 Comments

  1. Shiv Mishra

    Summary bahut hi aachi lagi

Leave a Reply